SBI Home Loan EMI: अगर आप अपने सपनों का घर बनाने या खरीदने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो सबसे जरूरी है यह जानना कि आपकी EMI यानी मासिक किस्त कितनी बनेगी।
EMI का अंदाजा पहले से होने पर आप अपनी मासिक आय और खर्च को आसानी से मैनेज कर सकते हैं। SBI अपने ग्राहकों को आकर्षक ब्याज दरों और लचीली अवधि के साथ होम लोन की सुविधा देता है।
EMI क्या होती है
EMI यानी Equal Monthly Installment, वह निश्चित राशि है जो आपको हर महीने बैंक को चुकानी होती है। इसमें लोन की मूल राशि और उस पर लगने वाला ब्याज दोनों शामिल होते हैं। जैसे-जैसे आप EMI चुकाते जाते हैं, आपका मूलधन घटता जाता है और ब्याज का बोझ भी धीरे-धीरे कम हो जाता है।
ब्याज दर का असर
SBI फिलहाल 7.50% सालाना ब्याज दर पर होम लोन उपलब्ध कराता है। ब्याज दर जितनी कम होगी EMI उतनी ही किफायती होगी। अगर ब्याज दर बढ़ जाती है तो EMI का बोझ भी बढ़ जाता है। इसलिए होम लोन लेने से पहले ब्याज दर और लोन अवधि पर ध्यान देना जरूरी है।
EMI का कैलकुलेशन
मान लीजिए आप SBI से 4 लाख रुपये का होम लोन लेते हैं। अगर अवधि 10 साल यानी 120 महीने रखी जाए, तो EMI का हिसाब इस तरह बनेगा:
लोन राशि (₹) | ब्याज दर (प्रतिवर्ष) | लोन अवधि (साल) | मासिक EMI (₹) | कुल ब्याज (₹) | कुल भुगतान (₹) |
---|---|---|---|---|---|
4,00,000 | 7.50% | 10 | 4,745 | 1,69,400 | 5,69,400 |
यानी हर महीने आपको लगभग 4,745 रुपये किस्त के रूप में चुकाने होंगे। 10 साल में आप कुल लगभग 1.69 लाख रुपये ब्याज देंगे और कुल भुगतान करीब 5.69 लाख रुपये होगा।
अलग-अलग अवधि पर EMI
अगर आप EMI को और कम करना चाहते हैं तो लोन की अवधि बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप 15 साल की अवधि चुनते हैं तो EMI घटकर करीब 3,705 रुपये हो जाएगी, लेकिन कुल ब्याज बढ़कर लगभग 2.67 लाख रुपये देना होगा और कुल भुगतान लगभग 6.67 लाख रुपये होगा। यानी अवधि बढ़ने से EMI कम होती है लेकिन ब्याज का बोझ ज्यादा बढ़ जाता है।
EMI समय पर चुकाने का महत्व
लोन लेने के बाद EMI समय पर भरना बहुत जरूरी है। अगर आप किस्त चूकते हैं तो बैंक पेनाल्टी वसूल सकता है और क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है। समय पर EMI चुकाने से आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है और भविष्य में अगर आप फिर से होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन लेना चाहें तो बैंक से आसानी से मंजूरी मिल जाती है।
लोन लेने से पहले तैयारी
होम लोन लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि EMI आपकी मासिक आय के हिसाब से ज्यादा बोझ न बने। साथ ही, आकस्मिक खर्चों और बचत का भी ध्यान रखें। अगर संभव हो तो अतिरिक्त भुगतान करके आप ब्याज का बोझ कम कर सकते हैं और लोन जल्दी खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा बैंक की शर्तें जैसे प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज और अन्य नियमों को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए।