Investment In SIP: आज के समय में लोग निवेश करने के लिए ऐसे विकल्प ढूंढते हैं जहां उनकी मेहनत की कमाई सुरक्षित भी रहे और उस पर अच्छा रिटर्न भी मिले। इन्हीं विकल्पों में से एक है म्यूचुअल फंड SIP (Systematic Investment Plan)। यह एक ऐसा तरीका है जहां आप हर महीने छोटी-छोटी किस्तों में पैसे जमा करते हैं।
और समय के साथ यह छोटी-छोटी किस्तें एक बड़ी पूंजी में बदल जाती हैं। एसआईपी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें निवेश शुरू करने के लिए आपके पास बहुत बड़ी रकम होने की जरूरत नहीं है। आप चाहे तो 500 रुपए से भी शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे निवेश बढ़ाकर एक अच्छा फंड बना सकते हैं।
1800 रुपए की एसआईपी से रिटर्न का गणित
मान लीजिए कोई व्यक्ति हर महीने 1800 रुपए की एसआईपी करता है। अगर यह निवेश लगातार 60 महीनों यानी 5 साल तक किया जाए तो इस दौरान निवेशक की कुल जमा पूंजी 1,08,000 रुपए होगी।
अब जब इस पर 15% सालाना ब्याज की दर से गणना की जाती है तो यह राशि मैच्योरिटी के समय लगभग 1,55,000 रुपए तक पहुंच जाती है। इसका मतलब है कि सिर्फ 5 साल में निवेशक को करीब 47,000 रुपए का शुद्ध मुनाफा हो जाता है। यह मुनाफा चक्रवृद्धि ब्याज की वजह से होता है, जहां ब्याज पर ब्याज मिलता है और पूंजी तेजी से बढ़ती है।
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कैलकुलेशन टेबल
मासिक निवेश (SIP Amount) | अवधि (Months) | कुल निवेश (Total Investment) | अनुमानित रिटर्न (15% सालाना) | मैच्योरिटी राशि (Approx) |
---|---|---|---|---|
₹1800 | 60 | ₹1,08,000 | ₹47,000 | ₹1,55,000 |
₹2000 | 60 | ₹1,20,000 | ₹52,000 | ₹1,72,000 |
₹3000 | 60 | ₹1,80,000 | ₹78,000 | ₹2,58,000 |
₹5000 | 60 | ₹3,00,000 | ₹1,30,000 | ₹4,30,000 |
ऊपर दी गई टेबल से यह साफ समझ आता है कि जितना अधिक निवेश करेंगे, उतना ही ज्यादा मुनाफा मिलेगा। अगर आप 1800 रुपए से शुरुआत करते हैं तो भी अच्छा रिटर्न मिलता है, लेकिन अगर आप इसे बढ़ाकर 5000 रुपए कर दें तो सिर्फ 5 साल में आपकी पूंजी 4 लाख रुपए से ज्यादा हो जाएगी।
लंबी अवधि के निवेश का फायदा
एसआईपी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जितनी लंबी अवधि तक आप निवेश करते हैं, उतना ही ज्यादा फायदा होता है। अगर आप सिर्फ 5 साल के लिए निवेश करते हैं तो अच्छा रिटर्न मिलता है, लेकिन अगर आप 10 साल या 15 साल तक निवेश करते हैं तो आपकी पूंजी कई गुना बढ़ जाती है।
उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति 1800 रुपए की एसआईपी 10 साल तक करता है तो उसकी कुल जमा पूंजी 2,16,000 रुपए होगी। 15% ब्याज की दर से यह रकम मैच्योरिटी पर लगभग 4,30,000 रुपए तक पहुंच सकती है। वहीं अगर यही निवेश 15 साल तक जारी रखा जाए तो कुल जमा राशि 3,24,000 रुपए होगी और मैच्योरिटी के समय यह रकम करीब 9,20,000 रुपए तक जा सकती है।
छोटे निवेश से बड़ा फायदा
एसआईपी में निवेश की खासियत यह है कि आपको एकमुश्त बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती। हर महीने छोटी-छोटी किस्तों में निवेश करके आप आसानी से अपनी वित्तीय जरूरतें पूरी कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिनकी आय सीमित है और वे लंबे समय तक पैसा बचाकर भविष्य के लिए एक सुरक्षित फंड बनाना चाहते हैं।
टैक्स और अतिरिक्त लाभ
अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो इसमें आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स का फायदा भी मिलता है। इसका मतलब है कि अगर आप लंबे समय तक निवेश करते हैं तो आपको टैक्स में छूट मिल सकती है। साथ ही, एसआईपी में नियमित निवेश करने से अनुशासन भी आता है क्योंकि आप हर महीने एक निश्चित रकम निकालकर भविष्य के लिए बचत करते हैं।
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क्यों चुनें SIP निवेश?
एसआईपी में निवेश करने के कई फायदे हैं। पहला, इसमें मार्केट टाइमिंग की चिंता नहीं रहती क्योंकि आप हर महीने निश्चित रकम निवेश करते हैं। दूसरा, चक्रवृद्धि ब्याज की वजह से आपकी पूंजी तेजी से बढ़ती है। तीसरा, यह लंबी अवधि के लक्ष्यों जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी या रिटायरमेंट के लिए एकदम सही निवेश विकल्प है।
इस तरह हम कह सकते हैं कि सिर्फ 1800 रुपए की एसआईपी से भी आप आने वाले समय में बड़ी पूंजी बना सकते हैं। अगर आप अपनी आय से थोड़ा-थोड़ा निवेश करते रहें और इसे लंबे समय तक जारी रखें तो यह आपके लिए करोड़ों रुपए का फंड बनाने का रास्ता भी खोल सकता है।